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नियंत्रण एवं समन्वय

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पाठ 5. नियंत्रण एवं समन्वय जीवविज्ञान वर्ग 10 के ch5 के महत्वपूर्ण प्रश्न Q1. नियंत्रण एवं समन्वय से आप क्या समझते है? Ans:- हमारा शरीर असंख्य कोशिकाओं से बना है। इनकी संरचना एवं कार्य भिन्न भिन्न होते है। इन कार्यों को एक साथ मिलकर तथा आवश्यकता के अनुसार करने की प्रक्रिया को नियंत्रण एवं समन्वय कहते है। दूसरे शब्दों, शरीर के सभी अंगों एवम अंगतंत्रो का तालमेल के साथ कार्य करना ही नियंत्रण एवं समन्वय कहते है। Q2.नियंत्रण एवं समन्वय क्यों जरूरी है? Ans:- जैव कार्यों के सफल संचालन के लिए सभी जीव के अंगों एवं अंगतंत्रो का समन्वय तथा नियंत्रण जरूरी है। Q3.सजीवों में नियंत्रण एवं समन्वय कितने प्रकार से होता है? Ans:- सजीवों में नियंत्रण एवं समन्वय दो प्रकार से होता है:- तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय तथा रासायनिक नियंत्रण एवं समन्वय  पेड़- पौधों में नियंत्रण एवं समन्वय  केवल रासायनिक होता है जबकि जंतुओं में नियंत्रण एवं समन्वय  रासायनिक तथा तंत्रिकीय दोनो होता है। Q4 पौधों में नियंत्रण एवं समन्वय किस प्रकार  होता है? Ans:- पौधों में नियंत्रण एवं स...

उत्सर्जन

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Chapter 4, Biology 10th class VVI and Board Model questions for board exam 2021 Q1. उत्सर्जन किसे कहते है? Ans:- जीवों के शरीर से उपापचयी क्रियाओं के फलस्वरूप उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन को उत्सर्जन कहते है। Q2. उत्सर्जी पदार्थ किसे कहते है? Ans :- पेड़ पौधों तथा जंतुओं के शरीर मे उपापचयी क्रियाओं के फलस्वरूप बने हानिकारक अपशिष्ट पदार्थों को उत्सर्जी पदार्थ कहते है। जंतुओं के शरीर मे बननेवाला प्रमुख उत्सर्जी पदार्थ कार्बन डाई ऑक्साइड , अमोनिया, यूरिया, तथा यूरिक अम्ल है, जबकि पेड़ पौधों के शरीर मे बननेवालाआ प्रमुख उत्सर्जी पदार्थ गोंद, रेजिन, टैनिन इत्यादि है।  Q3 प्रमुख उत्सर्जी अंग का नाम बतायें। Ans:- मनुष्य तथा समस्त वर्टिब्रेटा उपसंघ के जंतुओं में प्रमुख उत्सर्जी अंग वृक्क अर्थात किडनी होता है। किडनी से सम्बंधित अन्य रचनाये है मूत्रवाहिनी, मूत्राशय,तथा मूत्रमार्ग जो उत्सर्जन में सहायता करती है। Q4.वृक्क के बाहरी संरचना बतायें। Ans :-प्रत्येक मनुष्य में एक जोड़ा वृक्क होता है जो उदरगुहा के पृष्ठीय देहभीति से सटे होते है। प्रत्येक वृक्क ठोस , गहरे-ल...

पदार्थों का परिवहन

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Chapter 3: Transport of material पदार्थों का परिवहन , 10th class जीवविज्ञान VVI प्रश्न Q1. पदार्थों के परिवहन से क्या समझते है? Ans :-उपयोगी पदार्थों का उनके मूल श्रोतों से शरीर के प्रत्येक कोशिका तक पहुंचाने तथा अनुपयोगी और हानिकारक पदार्थों को कोशिकाओं से निकालकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की क्रिया को पदार्थों का परिवहन कहते है। Q2.जीवों में पदार्थों का परिवहन कैसे होता है? Ans:- सरल या एक कोशिकीय जीवो में पदार्थों का परिवहन विसरण (diffusion)  द्वारा होता है जबकि उच्च श्रेणी के जीवों में पदार्थों के परिवहन लिए परिवहन तंत्र होता है। पेड़ पौधों में परिवहन के लिए संवहन बंडल अर्थात जाइलम एवं फ्लोएम होते है। Q3.संवहन बंडल किसे कहते है? Ans:- जाइलम एवं फ्लोएम को सम्मिलित रूप से संवहन बंडल कहा जाता है। पेड़ पौधों में संवहन बंडल द्वारा ही पदार्थों का परिवहन होता है। Q4.जाइलम क्या है? Ans :- जाइलम  एक संवाहक ऊतक है जो पेड़ पौधों में जल तथा खनिज लवण का स्थानांतरण जड़ से पतियों में करता है। यह जल तथा खनिज लवण का स्थानांतरण वाहिकाओं तथा वाहिनिकाओं द्वारा करता है। यह...

Respiration श्वसन

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श्वसन 10th क्लास नोट्स और vvi प्रश्न Q1. श्वसन किसे कहते है? Ans:- वह जैव प्रक्रिया जिससे जीवों में ऊर्जा की उत्पत्ति होती है उसे श्वसन कहते है। इस क्रिया में ऑक्सीजन और ग्लूकोस का उपयोग होता है तथा कार्बन-डाई-ऑक्साइड तथा ATP का निर्माण होता है। Q2. सम्पूर्ण कोशिकीय श्वसन कितने चरणों या अवस्थाओं में पूर्ण होता है? Ans:- सम्पूर्ण कोशिकीय श्वसन दो चरणों मे पूर्ण होता है:- अवायवीय श्वसन:- इस चरण में ऑक्सीजन की आवश्यकता नही होती है तथा इसमें ग्लूकोस का विखंडन पायरुवेट में होता है साथ ही थोड़ी मात्रा में ऊर्जा ATP के रूप में उत्पन्न होती है। वायवीय श्वसन:- इस चरण में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इस चरण में पायरुवेट का पूर्ण ऑक्सीकरण होता है। Q3. किण्वन किसे कहते है? Ans सूक्ष्मजीवों जैसे यीस्ट आदि से उत्पन्न एंजाइम द्वारा बड़े कार्बनिक यौगिकों का छोटे छोटे यौगिकों में तोड़ने की क्रिया को किण्वन कहते है। किण्वन क्रिया द्वारा ही पायरुवेट ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में एथनॉल तथा कार्बन डाइ ऑक्साइड में बदल जाता है। Q4.पायरुवेट के विखंडन के विभिन्न पथों को आरेख द्वारा दर्शाये ...

पोषण : नोट्स

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जैव प्रक्रम : पोषण चैप्टर 1 , Biology 10th class vvi questions Q1:- जीवों के लिए पोषण क्यों अनिवार्य है? Ans:-  जीवों में जैविक क्रियाओं के संचालन , वृद्धि, टूट-फुट की मरम्मत आदि के ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इन ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए जीवों में पोषण आवश्यक है।  Q2:- पतियों को प्रकाश संश्लेशी अंग क्यों कहा जाता है? Ans :-  प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया आदि से अंत तक क्लोरोप्लास्ट में होती है। क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल वर्णक पाए जाते है। चूंकि ये अधिकांशतः पौधों की पत्तियों में पाए जाते है, इसलिए पतियों को प्रकाश संश्लेशी अंग कहा जाता है। Q3 :- प्रकाश संश्लेषण क्रिया का रासायनिक समीकरण लिखें। Ans :-   Q4:- प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए आवश्यक घटक या पदार्थ कौन कौन से है? Ans:- प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक घटक या पदार्थ निम्नलिखित है--- पर्णहरित या क्लोरोफिल कार्बन- डाई- ऑक्साइड जल और सूर्य प्रकाश Q5:- मृतजीवियों का प्रकृति में क्या महत्व है? Ans:-  मरे हुए जन्तुओ एवम पेड़ पौधों से पोषण प्राप्त करने व...

Gene expression

जीन अभिव्यक्ति (Gene expression) जीन:-  DNA  का वह खंड जो किसी एक प्रोटीन संश्लेषण या अनुवांशिक गुण के लिए उत्तरदायी होता है उसे जीन (gene) कहा जाता है। मेंडल के अनुवांशिकता के नियमों में इसे फैक्टर कहा जाता है। जीन के प्रकार (kinds of gene):- कार्य के आधार पर जीन कई प्रकार के होते है:- संरचनात्मक जीन रेगुलेटरी जीन सक्रिय (एक्टिव) जीन निष्क्रीय जीन जंपिंग जीन प्रमोटर जीन etc जीन अभिव्यक्ति:- कोई जीन कैसे अपना कार्य करता है तथा वह कैसे switch on या off होता है इन्ही क्रियाओं को सम्मिलित रूप से जीन एक्सप्रेशन या जीन अभिव्यक्ति कहा जाता है।

हमारा इम्यून सिस्टम कैसे कार्य करता है?

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हमारा इम्यून सिस्टम क्या करता है वायरस को हराने के लिए ? . ज्यादातर लोग कोरोना वायरस से इन्फेक्ट होके अपने आप ठीक हो जा रहे हैं। कैसे ? . एक बड़ा युद्ध होता है बाकायदा ! . #वायरस_का_हमला : वायरस आया शरीर में, 4 दिन गले में रहा, फिर लंग्स में उतर गया, लंग्स में एक सेल के अंदर घुसा और उसके रिप्रोडक्शन के तरीके को इस्तेमाल करके खुद की copies बना ली, फिर सारी copies मिलके अलग अलग सेल्स को अंदर घुसकर ख़त्म करना शुरू कर देती है। अब बहुत सारे वायरस हो गए हैं फेफड़ों में, मौत के करीब पहुँचने लगता है इंसान। शुरू में वायरस फेफड़ों के epithelial सेल्स को इन्फेक्ट करता है। वायरस अभी जंग जीत रहा होता है। . हमारा इम्यून सिस्टम #शरीर_के_सेनापति_तक_खबर_पहुँचती_है : हमारे शरीर का सेनापति होता है हमारा इम्यून सिस्टम, इम्यून सिस्टम के पास सभी दुश्मनों का लेखा जोखा होता है की किसपर कौनसा अटैक करना है, एंटी-बॉडीज की एक सेना तैयार की जाती है और वायरस पर हमले के लिए भेज दी जाती है। . #एंटी_बॉडी_सेना_की_रचना : एंटीबाडी सेना की रचना अटैक के तरीके को देखकर होती है, अगर वो वायरस...

Sexual reproduction

Sexual Reproduction Sexual reproduction in organisms  लैंगिक जनन :-  जनन की वह विधि जिसमे दो विपरीत लिंग वाले जीव भाग लेकर संतति उत्पन्न करते हैं तो उसे लैंगिक जनन कहते हैं। लैंगिक जनन की विशेषतायें:- इसमें दो विपरीत लिंग वाले जीव या रचनाएँ भाग लेती हैं। इससे उत्पन्न संतति अपने पूर्वजों से थोड़ा भिन्न होते हैं अर्थात संतति में विभिन्नता आ जाती है। यह एक जटिल प्रक्रिया है। यह उच्च श्रेणी के पादप एवं जंतुओं में होता है। इसमें युग्मक का निर्माण होता है। युग्मक अगुणित होता है। इसमें जननिक या जनन कोशिकाऐं भाग लेती है। इसमें जनन के लिए विशेष अंग होते हैं। इससे उत्पन्न जीवों में जीवन चक्र होता है। लैंगिक जनन से लाभ:- लैंगिक जनन से उत्पन्न होने वाले जीवों में विभिन्नताऐं पाई जाती हैं जिससे इनमें नए परिवेश में अनुकूलित होने की क्षमता आ जाती हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी विभिन्नताओं के जमा होने से नए प्रजातियों का विकास संभव हो पाता है। लैंगिक जनन से उत्पन्न जीवों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक पाया जाता है। ये भी  देखें। ... 1. सहप्रभाविता (Codo...