RESTRICTION ENZYME
प्रतिबंधन एन्जाइम
( Restriction Enzymes)
वह Endonuclease एंजाइम जो DNA को एक निश्चित स्थान से
छोटे छोटे टुकड़ो में तोड़ता है उसे प्रतिबंधन एंजाइम कहा जाता है | प्रतिबंधन एंजाइम को आण्विक कैंची (Molecular
scissor) भी कहा जाता है |
वर्तमान में लगभग 900 से अधिक प्रतिबंधन एन्जाईम की खोज की जा चुकी है |
ये सभी प्रतिबंधन एंजाइम जीवाणुओं के लगभग 230 प्रभेदों से प्राप्त की गयी है
| इनमें प्रत्येक प्रतिबंधन एंजाइम विभिन्न अनुक्रमों को पहचानते है | इनमे से कुछ
प्रमुख restriction Enzyme निम्नलिखित है :-
1. EcoR1 2. BamH1 3. Hind ||| 4. Pvu1
प्रत्येक restriction Enzyme
DNA के एक खास sequence पर ही काटता है | जैसे :-
Enzyme
|
Source
|
Recognition
Sequence
|
Cut
|
ECoR1
|
Eshcherichia coli
|
5'GAATTC
3'CTTAAG
|
5'---G
AATTC---3'
3'---CTTAA
G---5'EC
|
ECoR2
|
Eshcherichia coli
|
5'CCWGG
3'GGWCC
|
5'--- CCWGG---3'
3'---GGWCC ---5'
|
Properties
of Restriction
Enzyme :-
1. Restriction Enzyme
जीवाणुओं से प्राप्त की जाती है |
2. Restriction Enzyme
हमेशा डीएनए को एक निश्चित क्रम पर ही काटता है |
3. Restriction Enzyme
जहाँ से काटते है वहां 6 क्षारक युग्मों का एक विशेष क्रम होता है |
4. प्रथम Restriction Enzyme
Hind || है |
5. Restriction Enzyme
double stranded डीएनए को खंडित करता है |
6. इसमें विशिष्ट क्षारक
क्रम को पहचाने की क्षमता होती है |
Restriction Enzyme के कार्य करने की विधि :- प्रत्येक Restriction Enzyme डी एन ए अनुक्रम ( sequence ) की लम्बाई के निरिक्षण के बाद कार्य करता है | जब इस एंजाइम को अपना विशिष्ट अनुक्रम को पहचान लेता है तब यह वहां डीएनए से जुड़ जाता है तथा double helix की दोनों strends को शर्करा – फास्फेट आधार स्तंभों में विशिष्ट केन्द्रों पर काटता है |
नामकरण Nomenclature :- Restriction Enzyme के
नामकरण उनके स्रोत के आधार पर किया जाता है | Restriction Enzyme के नामकरण में
परंपरागत नाम का पहला शब्द वंश ( Genus ) एवं दूसरा तथा तीसरा शब्द prokaryotic
cell की जाति ( species ) से लिया जाता है | जैसे --
1. Derivation of the EcoRI name
| ||
Abbreviation
|
Meaning
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Description
|
E
|
Escherichia
|
genus
|
co
|
coli
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specific species
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R
|
RY13
|
strain
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I
|
First identified
|
order of identification
in the bacterium |
Restriction Enzyme के कार्य करने की विधि :- प्रत्येक Restriction Enzyme डी एन ए अनुक्रम ( sequence ) की लम्बाई के निरिक्षण के बाद कार्य करता है | जब इस एंजाइम को अपना विशिष्ट अनुक्रम को पहचान लेता है तब यह वहां डीएनए से जुड़ जाता है तथा double helix की दोनों strends को शर्करा – फास्फेट आधार स्तंभों में विशिष्ट केन्द्रों पर काटता है |
Restriction Enzyme
लड़ी को palidromes स्थल के केंद्र से थोड़ी दुरी पर काटता है | यह एंजाइम विपरीत
लड़ियों में दो सामान क्षरकों के बीच काटते है |
उपयोग :- Restriction Enzyme का सर्वाधिक उपयोग आनुवंशिक
इंजीनियरिंग में होता है | इसका का उपयोग डीएनए तथा प्लाज्मिड को काटने में किया
जाता है | Restriction Enzyme का मुख्य उपयोग भौतिक प्रतिबंधन मानचित्र बनाने ,
बड़े जीनोम की sequencing तथा Gene librabry बनाने में एवं gene cloning में किया
जाता है |

Good
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